69. गर्भाशय भ्रंश (गर्भाशय का बाहर आना):-गर्भाशय के बाहर निकल आने पर भी अनार गुणकारी है।
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आप परेशान न हों आयुर्वेद में इसे गर्भाशय भ्रंश कहते हैं आप उन्हें निम्न उपचार दें-१. अशोक घनसत्व २० ग्राम + संगजराहत भस्म २० ग्राम + कुक्कुटाण्डत्वक भस्म १० ग्राम + लौह भस्म ५ ग्राम + बंग भस्म ५ ग्राम ; इन सबको मिला कर इनकी कुल साठ पुडि़या बना लीजिये।
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आप परेशान न हों आयुर्वेद में इसे गर्भाशय भ्रंश कहते हैं आप उन्हें निम्न उपचार दें-१. अशोक घनसत्व २ ० ग्राम + संगजराहत भस्म २ ० ग्राम + कुक्कुटाण्डत्वक भस्म १ ० ग्राम + लौह भस्म ५ ग्राम + बंग भस्म ५ ग्राम ; इन सबको मिला कर इनकी कुल साठ पुडि़या बना लीजिये।